एक साल में होगी तीस हजार अध्यापकों की भर्ती
haryana govt appoint new teacher
चंडीगढ़ हरियाणा के शिक्षामंत्री कंवर पाल ने स्वीकार किया है कि प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। इस कमी को पूरा किया जा रहा है। जब तक प्रदेश में स्थाई भर्तियां नहीं होती तब तक रेशनलाइजेशन के माध्यम से अध्यापक-विद्यार्थी अनुपात में सुधार किया जाएगा। शुक्रवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने रेशनाइलेशन के अधिकारियों जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए गए हैं। जहां अध्यापकों की संख्या कम या अधिक है उसमें सुधार किया जा जा रहा है।प्रदेश में 34 हजार अध्यापकों की कमी है। अगले एक साल के भीतर इस कमी को पूरा कर लिया जाएगा। नए अध्यापकों की भर्ती का प्रस्ताव तैयार करके वित्त विभाग को भेज दिया गया है।
शिक्षामंत्री ने प्रदेश के स्कूलों में किताबों की आपूर्ति को लेकर जारी विवाद पर विराम लगाते हुए कहा कि पहली से तीसरी कक्षा तक पुस्तकें पहुंच चुकी हैं। चौथी से आठवीं तक की किताबों के लिए सरकार द्वारा प्रकाशकों के साथ बैठक बुलाई गई है। जून माह में चौथी से आठवीं कक्षा तक की पुस्तकों के चयन को अंतिम रूप दे दिया जाएगा और जुलाई माह में पुस्तकें विद्यार्थियों के पास होंगी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि अब तक तीन लाख सात हजार विद्यार्थियों को टैब दिए जा चुके हैं। अगर जरूरत पड़ेगी और टैब लिए जाएंगे। स्कूलों में छुट्टियों से पहले-पहले सभी पांच लाख बच्चों को टैब दे दिए जाएंगे। शिक्षा मंत्री ने बताया कि दसवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए छुट्टियों में भी ऑनलाइन कक्षा का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारी भी शुरू हो चुकी है।
हरियाणा में विश्वविद्यालयों के अनुदान को लेकर छिड़े विवाद को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने विवि की ग्रांट बंद नहीं की है। अनुदान राशि जारी की जा चुकी है। इसके बावजूद सरकार चाहती है कि भविष्य में विश्वविद्यालय आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें। विश्वविद्यालयों की स्वायत्ता को हर सूरत में बरकरार रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालयों में प्रोफैसर स्तर पर होने वाली भर्तियों को भले ही एचपीएससी के माध्यम से करवाया जाएगा लेकिन आतंरिक फैसले विश्वविद्यालय स्तर पर ही होंगे।