हरियाणा-हिमाचल को जोड़ेगी नई सड़क परियोजना
राष्ट्रीय राजमार्ग-105 का शीघ्र शुरू होगा निर्माण
चंडीगढ़, 9 जुलाई । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हम हरियाणा को हिमाचल प्रदेश से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-105 के शीघ्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस परियोजना की लंबाई 31.71 किलोमीटर है, जिसमें से 13.30 किलोमीटर हरियाणा में पड़ता है।
हरियाणा सरकार इस परियोजना को पूरा करने में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का पूरा सहयोग कर रही है। इस परियोजना के लिए 18.6399 हेक्टेयर निजी भूमि का अधिग्रहण जिला राजस्व अधिकारी, पंचकूला द्वारा किया जा चुका है। भूमि का कब्जा लेने उपरान्त काम शुरू कर दिया गया है।
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय से प्रथम चरण की क्लीयरेंस प्राप्त कर ली गई है और दूसरे चरण की क्लीयरेंस भी शीघ्र मिलने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना कार्यक्रम के तहत तीन चरणों में हरियाणा में 1731 किलोमीटर लंबी सडक़ों का निर्माण किया गया है और 175 किलोमीटर लम्बी सडक़ों का निर्माण कार्य चल रहा है। इस योजना के तीसरे चरण में हाल ही में 590 किलोमीटर लम्बी और सडक़ों के निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इनके कार्य का आवंटन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में सुखना अभ्यारण्य के आसपास इको-सेंसिटिव जोन में शामिल किए जाने वाले क्षेत्र में लगभग 72 प्रतिशत पहले से ही वन क्षेत्र है। लगभग 9 प्रतिशत रक्षा क्षेत्र है, इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित है। लगभग 19 प्रतिशत निजी क्षेत्र है, जो पंजाब भूमि संरक्षण अधिनियम की धारा 4 के तहत अधिसूचित है। भारतीय वन अधिनियम के तहत अधिसूचित वन क्षेत्र में प्रतिबंध इको-सेंसिटिव जोन के तहत लगाए गए प्रतिबंधों की तुलना में अधिक सख्त हैं।
रक्षा क्षेत्र भी किसी अनियोजित विकास के खतरों से सुरक्षित है। निजी क्षेत्र में वृक्षों की कटाई का नियमन विद्यमान है और वन विभाग से स्पष्ट अनुमोदन के बिना कोई पेड़ नहीं काटा जा सकता। इस प्रकार, निजी क्षेत्र में भी प्रतिबंध मौजूद हैं जो अनियोजित गतिविधियों को रोकते हैं। हरियाणा की तरफ इको-सेंसिटिव जोन की अधिसूचना का संबंध है, तो इसके लिए एक प्रस्ताव तैयार कर पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार को जल्द ही भेजा जा रहा है।