गुरू-शिष्या की जोड़ी भूमिका शर्मा व प्रतिभा आंतिल ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्र्ड में दर्ज करवाया नाम
सोशल मीडिया पर नियमित रूप से विचारों की श्रंखला का बनाया अनूठा रिकॉर्डमार्च-2019 में शुरू किया विचारों का सफर आज तक लगातार जारी, 1100 से अधिक विचार दे चुकेआवाज की दुनिया में असिस्टेंट प्रोफेसर भूमिका शर्मा ने बनाई अपनी अलग पहचानसंस्था के प्रधान डा. परूथी व प्राचार्या डा. भाटिया ने किया अभिनंदन, बधाइयों की लगी झड़ी
सोनीपत, 29 जून। आवाज की दुनिया की विख्यात हस्ती एवं असिस्टेंट प्रोफेसर भूमिका शर्मा और उनकी शिष्या प्रतिभा आंतिल ने विचारों की अनूठी श्रंखला का कीर्तिमान स्थापित करते हुए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया है। जीवीएम गल्र्ज कालेज के इन अनमोल रत्नों का संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी व प्राचार्या डा. रेनू भाटिया ने अभिनंदन करते हुए बधाई दी है।भूमिका शर्मा आज की किसी परिचय की मोहताज नहीं है। उनका मंच संचालन और आवाज तथा अभिनय की दुनिया में विशिष्टï स्थान है। अनूठी प्रतिभा की धनी, मेहनती, समर्पित व कुछ कर गुजरने की चाहत रखने वाली भूमिका ने मार्च-2019 में सोशल मीडिया पर अपने निजी विचारों को साझा करना प्रारंभ किया। शायद तब उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन यह एक रिकॉर्ड बन जायेजा, जो पूरे भारतवर्ष में उनका नाम रोशन करेगा। उन्होंने विचार दिए और उनकी एमएससी फिजीक्स की छात्रा प्रतिभा आंतिल ने विचारों को ऑडियो-विडियो का रूप प्रदान किया। दोनों के मिले-जुले प्रयासों से हर सुबह लोगों को सकारात्मक, ऊर्जावान और प्रेरक विचार सुनने को मिले। उन्होंने व्हाट्सऐप पर ही शुरू में अपने विचार अपलोड किये, जिसके बाद फेसबुक और यू-ट्यूब पर भी वे इन विचारों को पोस्ट करने लगी।कुछ समय पूर्व ही भूमिका शर्मा ने अपने विचारों की श्रंखला के लिए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करवाने के लिए आवेदन किया और आज उन्हें इसका प्रमाण पत्र मिल गया है। नियमित रूप से 1100 से भी अधिक विचार देने वाली भूमिका और प्रतिभा का सफर अभी भी लगातार जारी है। शुरुआत में उन्हें जीवीएम की तत्कालीन प्राचार्या डा. ज्योति जुनेजा से अत्यधिक प्रोत्साहल मिला, जिसके लिए वे उनकी दिल से आभारी हैं। वे कहती भी हैं कि ज्योति मैम के सहयोग को वे कभी भुला नहीं सकेंगी। डा. ज्योति जुनेजा भी कहती हैं कि अल्पायु में ही भूमिका ने अपनी चहुुंमुखी प्रतिभा के दर्शन करवाये हैं। नि:संदेह भूमिका एक विरले व्यक्तित्व की धनी है, जिनसे भविष्य में हर किसी को बहुत आशाएं हैं कि वे आसमान की ऊंचाइयों को छुएंगी।भूमिका के पिता विष्णुदत्त शर्मा व माता देवी शर्मा का एक स्वर में कहना है कि उनकी बेटी तो बेटों से भी बढक़र है। जो काम बेटे भी नहीं कर सकते वह काम उनकी बेटी करने की क्षमता रखती है। आज वे गर्व वे फूले नहीं समा रहे हैं। उनके छोटे भाई राहुल शर्मा को भी अपनी बहन पर नाज है। राहुल का कहना है कि उनकी बहन उनकी आदर्श हैं, जिनके पदचिन्हों पर चलते हुए ही वे जीवन में आगे बढऩा चाहते हैं। इस मौके पर भूमिका भी अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के आशीर्वाद और कालेज प्रशासन से मिले सहयोग को देती है। वे अपनी सहयोगी छात्रा प्रतिभा की भी आभारी हैं, जिनके योगदान के बिना वे इस रिकॉर्ड की कल्पना भी नहीं कर सकती थी।जीवीएम संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी का कहना है कि उनके दिन की शुरुआत भूमिका के अनमोल विचारों को सुनकर ही होती है, जिससे उनका पूरा दिन बहुत अच्छा व्यतीत होता है। इतने बेहतरीन विचार तो संतों-महात्माओं से ही सुनने को अथवा पुस्तकों में पढऩे को मिलते हैं। प्राचार्या डा. रेनू भाटिया ने भी कहा कि भूमिका व प्रतिभा की विचारों की श्रंखला अनमोल धरोहर है, जो आम जनमानस के लिए मार्गदर्शन का काम करेगी। सहयोगी प्राध्यापिका सोनम राय व सीमा ने कहा कि उन्हें अपनी साथी प्राध्यापिका पर गर्व है, जो व्यस्तताओं के बावजूद इतना अनुकरणीय कार्य कर रही हैं।डायल 112 में सुनते हैं भूमिका की आवाज:-फिजीक्स की असिस्टेंट प्रोफेसर भूमिका शर्मा के नाम एक से बढक़र एक उपलब्धियां दर्ज हैं। वे रेडियो पर अनाउंसर के रूप में भी कार्य कर रही है। साथ ही उद्बोधक के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। बड़े-बड़े मंचों का वे कुशलतापूर्वक संचालन करती आ रही हैं। कुछ समय पूर्व ही लोंच की गई सरकार की डायल-112 योजन के फिमेल वर्जन में भूमिका शर्मा की ही आवाज है।आवाज की दुनिया बन चुकी हमारी दुनिया:जीवीएम की छात्रा प्रतिभा, किरण, नेहा व खुशबू ने कहा कि भूमिका मैम की आवाज की दुनिया अब उनकी अपनी दुनिया बन चुकी है। वे नियमित रूप से फेसबुक व यू-ट्यूब पर उनकी विचारों की श्रंखला को देखती-सुनती है, जिससे उनमें सकारात्मकता का समावेश होता है। हर प्रकार की स्थितियों में उनके विचार आगे बढऩे की प्रेरणा देते हैं।
-डा. रेनू भाटिया
प्राचार्या
जीवीएम गल्र्ज कालेज