कुरुक्षेत्र: 100 साल पुरानी एसजीपीसी को दोफाड़ करने का रचा गया षड्यंत्र : विर्क
कुरुक्षेत्र, 03 अक्टूबर। एसजीपीसी वरिष्ठ उपाध्यक्ष रघुजीत सिंह विर्क ने कहा कि कानून का बहाना बना कर 100 साल पहले बनाई गई सिखों की सर्वाेच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को दोफाड़ करने का षड्यंत्र रचा गया है। इसे न तो एसजीपीसी बर्दाश्त करेगी और न ही सिख संगत। वे सिख मिशन हरियाणा कुरुक्षेत्र में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उनके साथ एसजीपीसी मैंबर जत्थेदार बलदेव सिंह कैमपुर, जत्थेदार हरभजन सिंह मसाना व अन्य वष्ठि नेताओं ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि साल 2014 में हरियाणा की तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा हरियाणा विधानसभा में बनाई गई हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के हक में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को लेकर करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला व यमुनानगर की सिख संगत एकत्रित हुई है। संगत ने इस विषय पर गंभीरता से विचार-विमर्श करते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर का साथ देने का निर्णय लिया है। एसजीपीसी वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने बताया कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के हक में दिए गए निर्णय के खिलाफ 4 अक्टूबर को एसजीपीसी के पंजाब-हरियाणा के मैंबर अमृतसर में एकत्रित होकर डीसी अमृतसर को ज्ञापन देंगे।
ज्ञापन में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए उपरोकत फैसले को न मानने की बात कहते हुए इसकी खिलाफत की जाएगी। विर्क ने कहा कि इसके उपरांत 7 अकतूबर को हरियाणा-पंजाब की संगत अलग-अलग दो तखत साहिबान पर एकत्रित होकर रोष मार्च निकालेगी। हरियाणा की सिख संगत का एक जत्था तखत श्री केसगढ़ साहिब श्री आनंदपुर साहिब तथा दूसरा जत्था तखत श्री दमदमा साहिब साबो की तलवंडी बठिंडा पर पहुंचेगा। वहां से संगत एकत्रित होकर रोष मार्च निकालते हुए श्री अकाल तखत श्री अमृतसर पहुंचेगी। वहां पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के समक्ष अरदास की जाएगी।
जत्थेदार हरभजन सिंह मसाना व जत्थेदार बलदेव सिंह कैमपुर ने कहा कि श्री अकाल तखत साहिब पर सिंघ साहिब जो भी आदेश देंगे, उसके अनुसार ही अगला कदम उठाया जाएगा। एसजीपीसी मैंबर साहिबान ने कहा कि कुछ स्वार्थी नेताओं द्वारा हरियाणा की सिख संगत को दोफाड़ करने और श्री अकाल तखत साहिब से अलग करने की साजिश रची गई है।