फिलीपींस के वैज्ञानिकों ने केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय का किया दौरा
झांसी,15 सितम्बर। बुंदेलखण्ड में बढ़ते हुए धान के क्षेत्र में किसानों को कौन से अच्छे किस्म के धान के बीज मिल सकते हैं एवं यहॉ की मिटृटी के लिये उपयुक्त हो सकें। इसके लिये विशेष शोध की आवश्यकता है। इस विषय को लेकर रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी के कुलपति डॉ एस. के. चतुर्वेदी की अध्यक्षता दो दिवसीय गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें फिलीपींस के वैज्ञानिकों ने भी सहभागिता की।
पहले दिन विश्वविद्यालय के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान फिलीपींस के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शलभ दीक्षित, डॉ. एमेलिया हेनरी, चला वेंकतेश्वरलु डॉ. विकास सिंह एवं रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एस.एस. सिंह, निदेशक शोध डॉ. ए.आर. शर्मा, निदेशक शिक्षा डॉ. अनिल कुमार एवं विवि के वैज्ञानिकों के मध्य शोध पर विशेष चर्चा हुई।
दूसरे दिन फिलीपींस से आये हुए वैज्ञानिकों के दल ने डॉ. अंशुमान सिंह के साथ बबीना ब्लाक में कृषि विश्वविद्यालय झॉंसी के द्वारा सीधी बुवाई से लगाये गये धान की फसल का अग्रिम पंक्ति का अवलोकन किया। साथ ही फिलीपींस के वैज्ञानिकों ने उपस्थित किसानों से धान पर चर्चा की। इस अवसर पर डॉ. पीपी जाम्भुलकर, डॉ. गुंजन गुलेरिया, डॉ. रूमाना खान, कार्तिकेय सूत्रकार, बीरेन्द्र चौधरी, ज्योति राजपूत, प्रियांशी गर्ग आदि उपस्थित रहें।