गांव दमदमा व उसके आसपास के गांवों के लिए चलाई जाएगी सिटी बस: इंद्रजीत सिंह
-शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने भी की समारोह में शिरकत
गुरुग्राम, 16 अगस्त। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि गांव दमदमा व उसके साथ लगते 12 से 15 गांवों में सार्वजनिक परिवहन की समस्या को ध्यान में रखते हुए गांव दमदमा से गुरुग्राम के बीच सिटी बस सेवा जीएमसीबीएल की चार बसें चलाई जाएंगी। केंद्रीय मंत्री बुधवार को सोहना खंड के गांव दमदमा में उनके व शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के सम्मान में ग्राम पंचायत दमदमा द्वारा आयोजित स्वागत सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री राव ने कहा कि हमारे क्षेत्र के बच्चों के फौज में जाने से क्षेत्र के लोगों में शिक्षा के प्रति जागरुकता बढ़ी है। उन्हें पूरी आशा है कि गांव दमदमा में अपग्रेड किए गए राजकीय स्कूल के विद्यार्थी आने वाले समय में क्षेत्र सहित पूरे हरियाणा प्रदेश में गांव का नाम रोशन करेंगे। दमदमा झील को उसके पुराने स्वरूप में लाने के लिए गुरुग्राम मेट्रोपोलिटन डेवेलपमेंट अथॉरिटी द्वारा 70 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। राव ने कहा कि क्षेत्र के लोगों द्वारा रखी गयी मांग के तहत सोहना से भोंडसी मार्ग का जीर्णोद्धार का कार्य भी जल्द करवाया जाएगा।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने मई माह में भोपाल में आयोजित 32वीं राष्ट्रीय नौकायान प्रतियोगिता व 10वीं ड्रैगन बोट रेस चैंपियनशिप के विजेताओं को सम्मानित करने के साथ ही विकास एवं खेल प्रोत्साहन समिति सोहना को 11 लाख रुपये की राशि देने को घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि हम सभी के लिए यह गर्व का विषय है कि आज हमारी ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाएं अपने अथक परिश्रम से देश के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रदेश व देश का नाम रोशन कर रही हैं। केंद्रीय मंत्री ने इससे पूर्व सोहना खंड के गांव सिरमथला में पहुंच वहां गांव में बस क्यू शेल्टर व स्कूल में किए गए विकास कार्यों का भी उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बलिदानी राज सिंह खटाना की वीरांगना को सम्मानित करने उपरान्त अपने संबोधन में कहा कि गांव दमदमा में अपग्रेड किए गए राजकीय विद्यालय का नाम बलिदानी राज सिंह खटाना के नाम पर करने से हम सभी की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरी के लिए हरियाणा सरकार निरंतर प्रयास कर रही है लेकिन इन प्रयासों को सफलता के शिखर पर ले जाने के लिए अभिभावकों की जागरूकता भी जरूरी है।