राष्ट्रीय

पश्चिमी समुद्र तट पर शुरू हुआ भारत और फ्रांस के बीच नौसैन्य अभ्यास ‘वरुण’

नई दिल्ली, 16 जनवरी। भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास ‘वरुण’ का 21वां संस्करण सोमवार से पश्चिमी समुद्र तट पर शुरू हुआ। दोनों नौसेनाओं के बीच 1993 में शुरू हुए इस द्विपक्षीय अभ्यास को 2001 में ‘वरुण’ नाम दिया गया था। अब यह नौसैन्य अभ्यास भारत-फ्रांस के बीच रणनीतिक द्विपक्षीय संबंधों की पहचान बन गया है।

इस संस्करण में भारतीय नौसेना की ओर से स्वदेशी गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ डिस्ट्रॉयर आईएनएस चेन्नई, गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस तेग, समुद्री गश्ती विमान पी-8आई और डोर्नियर, अभिन्न हेलीकॉप्टर और मिग29के लड़ाकू विमान की भागीदारी देखी जाएगी। फ्रांसीसी नौसेना का प्रतिनिधित्व विमानवाहक पोत चार्ल्स डी गॉल, एफएस फोर्बिन और प्रोवेंस, समर्थन पोत एफएस मार्ने और समुद्री गश्ती विमान अटलांटिक कर रहे हैं।

यह अभ्यास 20 जनवरी तक पांच दिनों में आयोजित किया जाएगा और उन्नत वायु रक्षा अभ्यास, सामरिक युद्धाभ्यास, सतह पर गोलीबारी, पुनःपूर्ति और अन्य समुद्री संचालन का गवाह बनेगा। दोनों नौसेनाएं समुद्र में अपने युद्ध-विरोधी कौशल को सुधारने का प्रयास करेंगी। समुद्री क्षेत्र में बहु-अनुशासन संचालन करने के लिए अपनी अंतर-संचालनीयता को बढ़ाएंगी और क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक एकीकृत बल के रूप में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगी।

वर्षों से कार्यक्षेत्र और जटिलता में विकसित होने के बाद यह अभ्यास एक दूसरे की सर्वोत्तम प्रथाओं से सीखने का अवसर प्रदान करता है। यह अभ्यास समुद्र में अच्छी व्यवस्था के लिए आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए दोनों नौसेनाओं के बीच परिचालन स्तर की बातचीत की सुविधा प्रदान करता है, जो वैश्विक समुद्री कॉमन्स की सुरक्षा, सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

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