पूर्वांचल राज्य की भरी हुंकार, कहा जय पूर्वांचल, तय पूर्वांचल
सोनभद्र, 06 नवम्बर। अलग पूर्वांचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा की ओर से रविवार को ‘हमारा पूर्वांचली समाज और उसका विकास’ विषय पर संगोष्ठी हुई। विचार गोष्ठी ग्रामीण भूमि विकास बैंक प्रांगण, निराला नगर, राबर्ट्सगंज, सोनभद्र में आयोजित हुई। जिसमें पूर्वांचल राज्य के लिए हुंकार भरते हुए एक स्वर से कहा गया कि ‘जय पूर्वांचल, तय पूर्वांचल’।
विचार गोष्ठी के प्रथम सत्र में जागो पूर्वांचल पुस्तक का लोकार्पण एवं वितरण किया गया। दूसरे सत्र में सम्मान समारोह हुआ। जिसमें विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करते हुए अपनी पहचान बनाने वाले 51 विभूतियों को सम्मान पत्र देकर एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।
मोर्चा के संरक्षक मुख्य वक्ता एवं जागो पूर्वांचल पुस्तक के लेखक चंद्र भूषण मिश्र कौशिक ने कहा कि इस पूर्वांचल राज्य निर्माण के संघर्ष यात्रा में प्रेरणात्मक साथ व साथियों का संघर्ष और योगदान है कि मैं इस प्रकार का लेखन व प्रकाशन कर पा रहा हूँ। कहाकि जब कभी पूर्वांचल राज्य बने तो पूर्वांचल में रहने वाले इस लिखे शब्दों का सही भाव व मूल्य समझ सकें।
अध्यक्षता कर रही जनमोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा सिंह ने कहा कि जब तक पूर्वांचल राज्य की मांग पूरी नहीं होगी, तब तक इसी तरह संघर्ष चलता रहेगा।
राष्ट्रीय महासचिव पवन कुमार सिंह ने कहा कि जागो पूर्वांचल पुस्तक के माध्यम से अलग पूर्वांचल राज्य की महत्ता व उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया है। उन्होंने अलग पूर्वांचल राज्य पर लोगों की राय भी इसमें डाली है। यह पुस्तक उन सभी लोगों के लिए दिग्दर्शिका साबित होगी। जिनके मन में बड़े व छोटे राज्य के विकास की अवधारणा को लेकर उथल-पुथल मचता रहता है।
गोष्ठी में प्रदेश अध्यक्ष विमलेश त्रिपाठी ने कहा कि सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनीतिक रूप से तभी मजबूत होंगे। जब हमारा पुर्वांचल राज्य होगा। प्रदेश प्रवक्ता काकू सिंह ने बताया कि गोष्ठी में 51 पूर्वांचल के विशिष्ट महान विभूतियों को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर एके खरे राष्ट्रीय सचिव एवं प्रवक्ता, अतुल प्रताप पटेल एड राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय सचिव मिथिलेश पटेल, पत्रकार संजय शर्मा, कत्थक कला की प्ररेक कलाकार व संस्था के महिला पदाधिकारी उमा गुप्ता, संदीप जायसवाल, आंदोलन गीत के गायक शिव सखा ,म्यूजिक डारेक्टर दिलिप जायसवाल, छात्र संघ के पूर्व नेता राजेश सिंह राणा, वरिष्ठ समाजसेवी आरके शर्मा, बृजमोहन सिंह एड, वीरेन्द्र कुमार सिंह एड, सन्तोष त्रिपाठी, दीप नारायन पटेल, पवन कुमार द्विवेदी आदि लोगों ने भी गोष्ठी में अपने विचार रखे। संचालन कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक ने किया। इस मौके पर रामभरोसे सिंह, सुमन केशरी, राजकुमार सोनी, संतोष चौबे, राजेश तिवारी, गप्पू जायसवाल आदि लोग मौजूद रहे।