बुनियादी मुद्दों पर चर्चा से बचने के लिए पहले स्थगित हुआ मानसून सत्र : कांग्रेस
नई दिल्ली, 09 अगस्त। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने बुनियादी मुद्दों पर चर्चा से बचने के लिए चार दिन पहले ही संसद के दोनों सदनों को स्थगित करा दिया। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता में कहा कि केन्द्र सरकार ने चार दिन पहले संसद को स्थगित करके यह सिद्ध कर दिया है कि उनके पास बुनियादी मुद्दों पर जवाब नहीं है। गोगोई ने कहा कि भाजपा यह कहती है कि कांग्रेस संसद नहीं चलने देती है। अब उन्हें बताना चाहिए कि तय समय से चार दिन पहले संसद को क्यों स्थगित कर दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि 17 जुलाई को सर्वदलीय बैठक के दौरान सरकार की ओर से इस मानसून सत्र में 32 विधेयक पेश या पारित करने की बात कही गई थी। लेकिन हकीकत में जहां लोकसभा में इस सत्र में सिर्फ 07 बिल पास हुए हैं वहीं राज्यसभा में सिर्फ 05 बिल पास हुए हैं। रमेश ने कहा कि विपक्ष 10 अगस्त और 12 अगस्त को चर्चा के लिए तैयार थी, लेकिन सरकार ने कोई उत्सुकता नहीं दिखाई।
रमेश ने कहा कि कांग्रेस ने इस सत्र में देश से जुड़े आवश्यक मुद्दों को लोकसभा एवं राज्यसभा में उठाने की बहुत कोशिश की, लेकिन उन सभी पर चर्चा नहीं करवाई गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार संसद के बाहर महंगाई, बेरोजगारी व खाद्य पदार्थों पर लगाई गई वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के खिलाफ विरोध करती रही। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से 13 मुद्दों को चर्चा के लिए उठाया गया था, लेकिन सरकार ने सिर्फ 01 ही मुद्दे पर ही चर्चा की।