रक्षा मंत्री ने अरुणाचल प्रदेश में सेना की तीसरी कॉर्प के अग्रिम इलाकों का किया दौरा
इटानगर, 29 सितंबर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के दिवांग वैली जिले के अनिनि गांव में सेना की तीसरी कॉर्प के अग्रिम इलाकों का दौरा कर सैनिकों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने वास्तविक नियंत्रण रेखा के नजदीक के क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी सभी पहलुओं का जायजा लिया और देश की रक्षा के लिए तैयारियों का स्थल पर जाकर आकलन किया। रक्षा मंत्री ने इन इलाकों में तैनात जवानों से भी बातचीत की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने पूर्वोत्तर राज्यों के तीन दिवसीय दौरे पर अरुणाचल पहुंचे हैं। उनके साथ थल सेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांण्डेय, पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता तथा भारतीय सेना के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान रक्षा मंत्री ने अग्रिम इलाकों में तैनात असम के सशस्त्र सेना के जवानों से से संवाद भी किया। इस मौके पर मंत्री सिहं ने सीमाओं पर तैनात जवानों की प्रतिबद्धता और बलिदान की प्रशंसा की।
मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सशस्त्र सेनाओं की वजह से ही देश पूरी तरह सुदृढ़ और आत्मविश्वास से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि 2014 में सत्तासीन होने के समय से ही मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता भारत की सैन्य क्षमता को मजबूत बनाना है। इसके लिए उनका ध्यान मुख्य रूप से तीनों सेनाओं को आत्मनिर्भर, रक्षा उद्योग के जरिए स्टेट ऑफ द आर्ट हथियारों और उपकरणों से पूरी तरह सुसज्जित करने पर है। रक्षा मंत्री ने इस तथ्य की ओर ध्यान दिलाया कि सरकार के प्रयासों से हम एक ऐसी मजबूत सैन्य क्षमता तैयार करने में कामयाब हुए हैं, जो सभी प्रकार के खतरों के खिलाफ देश की रक्षा में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने सशस्त्र सेनाओं की इस बात के लिए सराहना की कि वे समय-समय पर अपनी क्षमता और साहस का प्रदर्शन कर देश के लोगों खासतौर से युवा वर्ग में राष्ट्रीय गौरव और देशभक्ति का जज्बा पैदा करने में सफल रही हैं।
राजनाथ सिंह ने संकेत किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साहसिक फैसलों और सशस्त्र सेनाओं के वीरतापूर्ण कारनामों की वजह से भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि में पूरी तरह से बदलाव आ गया है। उन्होंने कहा, “एक समय था जब भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गंभीरता से नहीं लिया जाता था। हमारे प्रधानमंत्री के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की वजह से हम महज एक पर्यवेक्षक देश की जगह अब दृढ़तापूर्वक अपना विचार रखने वाला देश बन गए हैं। पूरे विश्व में भारतीय सेना का सम्मान है। हमारे मित्र देश उसमें भरोसा करते हैं। यही मुख्य कारण है कि भारत एक शक्तिशाली देश के रूप में उभरा है। आज हम विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और निरंतर मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं।”
रक्षा मंत्री ने इस दौरान अथू पोपू तक के दूसरे धार्मिक अभियान में शामिल सदस्यों से बातचीत भी की। यह अभियान स्थानीय इदू मिसमी जनजाति का एक वार्षिक अभियान है, जिसे भारतीय सेना स्थानीय लोगों तक पहुंच कायम करने और पर्यटन के विकास के अपने प्रयासों के तहत 2021 से समर्थन दे रही है।