फतेहाबाद: एनएचएम कर्मचारियों से बात कर स्वास्थ्य सेवाएं जल्द बहाल करे सरकार : प्रहलाद सिंह
एनएचएम कर्मचारियों की तीसरे दिन जारी रही हड़ताल, सरकार ने बातचीत के लिए बुलाया
फतेहाबाद, 29 जून। हैल्थ मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम कर्मचारियों द्वारा 27 से 29 जून तक की गई प्रदेशव्यापी हड़ताल का असर दिखने लगा है। प्रदेश सरकार ने एनएचएम कर्मचारियों की मांगों को लेकर बातचीत के लिए बुलाया है। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की मौजूदगी में विभाग के उच्चाधिकारियों के समक्ष स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा संबंधित भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधि एनएचएम कर्मचारियों की मांगों विस्तार से रखेंगे।
फतेहाबाद में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष विपिन शर्मा इस बातचीत में भाग ले रहे हैं। दूसरी ओर फतेहाबाद में एनएचएम कर्मचारियों ने बुधवार को तीसरे दिन भी अपनी हड़ताल को जारी रखते हुए कामकाज ठप्प रखा और नागरिक अस्पताल के बाहर धरना दिया। पूर्व संसदीय सचिव एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा ने धरनास्थल पर पहुंचकर एनएचएम कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया और सरकार से तुरंत बातचीत कर स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल करने की मांग की। एनएचएम कर्मचारियों ने उन्हें मांग पत्र भी सौंपा। धरने को संबोधित करते हुए श्री गिल्लाखेड़ा ने कहा कि एनएचएम कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग की रीढ की हड्डी है। इन कर्मचारियों की बदौलत ही प्रदेश के लोगों को आज सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं लेकिन प्रदेश सरकार इन कर्मचारियों को प्रोत्साहित कर इनकी समस्याओं का समाधान करने को लेकर बिलकुल गंभीर नहीं है जिस कारण इन कर्मचारियों को कामकाज छोड़कर अपने हकों के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।
कोरोना काल में एनएचएम कर्मचारियों द्वारा दी गई सेवाओं को भूला नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों की मांगों को लेकर वे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान व पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से बातचीत करेंगे और कांग्रेस द्वारा इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया जाएगा। धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष पुष्कर दहिया, जितेन्द्र भदौरिया व नरेन्द्र खरब ने कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए वे कृतसंकल्प है। इस अवसर पर गोपाल चौधरी, सतीश, अशोक गर्ग, अजय जांदू के अलावा एनएचएम कर्मचारी गिरधारी लाल शर्मा, दलीप सिहाग, डॉ. विष्णु मित्तल, सुरेश, सुलतान, भीम सिंह, खेताराम, डॉ. अनिल, गीता रानी, इन्द्र सिंह, परमजीत, सिमरनजीत, सोनप्रीत, परमजीत, सुनील कुमार सहित सैंकड़ों एनएचएम कर्मचारी मौजूद रहे।