भारत के लिए खेलने का सपना लिए 2600 दिव्यांग क्रिकेटरों ने कराया पंजीकरण
बेंगलुरू
भारत के लिए खेलने का सपना लिए करीब 2600 दिव्यांग क्रिकेटरों ने डिफरेंटली-एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीसीआई) के माध्यम से अपना पंजीकरण करवाया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा नियुक्त डिफरेंटली-एबल्ड क्रिकेट कमेटी ने डीसीसीआई के माध्यम से एक सप्ताह पहले खिलाड़ियों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की थी।
डीसीसीआई के महासचिव और बीसीसीआई की दिव्यांगों की समिति के सदस्य रविकांत चौहान ने एक बयान में कहा कि भारत के दिव्यांग क्रिकेटरों का डेटा एकत्र करने और पूरी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के प्रयास में, पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की गई है। हम उन सपोर्ट स्टाफ का भी डेटा इकट्ठा कर रहे हैं, जिनके पास दिव्यांग क्रिकेटरों के साथ काम करने का अनुभव है।
उन्होंने आगे कहा कि डीसीसीआई एकमात्र ऐसा निकाय है जिसे अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट के प्रचार और विकास के लिए बीसीसीआई द्वारा समर्थन प्राप्त है। एकत्र किए गए सभी डेटा को बीसीसीआई के साथ साझा किया जाएगा जिसे आगे राज्यवार विभाजित किया जाएगा और राज्य संघों को भेजा जाएगा। यह डेटा हमें अपनी गतिविधियों को कुशलतापूर्वक योजना बनाने की अनुमति देगा। पंजाब, हैदराबाद, पांडिचेरी, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा आदि जैसे राज्य क्रिकेट संघों ने पहले ही राज्य स्तर पर अलग-अलग क्रिकेट समितियां बनाई हैं और अन्य राज्य भी प्रक्रिया में हैं।
उन्होंने कहा, “फिलहाल कई संगठन बीसीसीआई की सहमति के बिना खुद को देश का प्रतिनिधित्व करने का दावा कर रहे हैं। इससे अक्सर खिलाड़ियों का शोषण होता है। हम यह सब रोकना चाहते हैं और एक ऐसी व्यवस्था लाना चाहते हैं जैसे बीसीसीआई में पुरुष और महिला खिलाड़ियों के लिए है।”