फतेहाबाद : नशे की तलब पूरी न होने पर युवक ने लगाई फांसी
मृतक का भाई भी तीन साल पहले नशा न मिलने पर मौत में के मुंह में समा गया था
फतेहाबाद, 29 मई । जिले के शहर रतिया में नशे ने एक युवक की जान ले ली। अरोड़ा कॉलोनी में शनिवार देर रात्रि नशे की तलब पूरी न होने पर एक नौजवान युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने मृतक की मां के बयान पर इत्तेफाकिया कार्रवाई की है। दुखद पहलू यह है कि फांसी लगाने वाले युवक का भाई भी तीन साल पहले नशा न मिलने के कारण मौत को गले लगा चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर 14 निवासी कृष्ण कुमार अपनी माता व भाई के साथ पिछले कुछ समय से वार्ड नंबर 12 में किराए के मकान पर रह रहा था। कृष्ण की माता संतोष ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि कृष्ण पिछले काफी समय से नशे का आदी था लेकिन कुछ दिनों से उसके नशे की पूर्ति नहीं हो पा रही थी जिस कारण वह काफी परेशान रहता था। उन्होंने बताया कि शनिवार शाम को कृष्ण घर से बाहर गया था लेकिन देर शाम तक वह वापस नहीं लौटा। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि अरोड़ा कॉलोनी स्थित आश्रम के साथ लगते सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाट के बंद पड़े कमरों में उसके बेटे ने फांसी लगा ली है। सूचना मिलने पर वह मौके पर पहुंची और उसने देखा कि उसके बेटे ने कमनरे के अंदर फांसी लगाई हुई थी। पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मृतक की माता संतोष के बयान पर 174 के तहत कार्रवाई कर मृतक युवक का शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया है। जांच अधिकारी रामनिवास ने बताया कि युवक की फांसी की सूचना मिली थी जिसके बाद मृतक की माता के बयानों पर 174 के तहत कार्रवाई कर शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। मृतक की माता का कहना है कि नशा ना मिलने के कारण उसके बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
मृतक कृष्ण के भाई ने बताया कि उसका एक भाई लाभ सिंह भी नशे का आदी था और करीबन तीन साल पहले नशा न मिलने के कारण उसकी भी मौत हो गई थी। बाद में उसका छोटा भाई कृष्ण भी गलत संगति में पड़ गया और नशा इत्यादि करने लगा। मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाट में जो दो कमरे बने हुए हैं, उसमें नशेड़ी लोग आकर नशे के इंजेक्शन लगाते हैं और कई कई घंटे वहां पर पड़े रहते हैं इसलिए इन कमरों को वहां से हटवा दिया जाना चाहिए। साथ ही पुलिस को नशा बेचने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए, तभी नशा पर रोकथाम हो सकती है।