डीएसईयू में मनाया गया पहला उद्योग दिवस
नई दिल्ली, 29 सितंबर । कौशल विश्वविद्यालय में उद्योग जगत के सहयोग के अनूठे मॉडल का जश्न मनाते हुए डीएसईयू में पहले उद्योग दिवस का आयोजन किया गया। कौशल विश्वविद्यालय ने युवाओं को कौशल प्रदान करने और उच्च शिक्षा प्रणाली में उद्योग की जरूरतों को शामिल करने पर अत्यधिक जोर दिया है ।
इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए डीएसईयू ने पिछले दो वर्षों में 70 से अधिक कंपनियों के साथ करार किया है। यह सुनिश्चित किया है कि विश्वविद्यालय का प्रत्येक कार्यक्रम उद्योग से जुड़ा हुआ हो। साथ ही उद्योग और शिक्षाविदों के विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया हो। डीएसईयू द्वारा मनाया गया उद्योग दिवस, उद्योग एवं शिक्षा जगत के विशेषज्ञों को एक साथ लाने के लिए आयोजित किया गया पहला कार्यक्रम है।
गुरुवार को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में जेएलएल, मारुति सुजुकी, एचडीएफसी, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, बैंक ऑफ बड़ौदा, मैकमिलन, मेट्रोपोलिस आदि 80 से अधिक संगठनों के 100 से अधिक उद्योग जगत के सदस्यों ने भाग लिया। सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए डीएसईयू के प्रो वाइस चांसलर प्रो. रिहान खान सूरी ने कहा कि यह कहना उचित होगा कि यह दिन यहां मौजूद सभी उद्योग भागीदारों के कारण ही संभव हो पाया है। वह बेहद आभारी हैं कि आपने हमारे दृष्टिकोण को मान्यता दी एवं विश्वविद्यालय के छात्रों को कौशल सशक्त बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक अनिवार्य हिस्सा रहे हैं।
इस कार्यक्रम की शुरुआत फ्यूचर ऑफ स्किलिंग – एंगेजमेंट ऑफ इंडस्ट्री एंड एकेडमिया पर एक पैनल चर्चा के साथ हुई। जिसमें सम्मानित पैनलिस्ट इन्फो एज के सह-संस्थापक संजीव बिखचंदानी, ओएनजीसी की पूर्व सीएमडी डॉ अलका मित्तल, पाथ काइंड लैब्स के एमडी और सीईओ संजीव वशिष्ठ, सीबीआरई के एमडी राजेश पंडित, आईआईएम अहमदाबाद के प्रोफेसर ऑफ़ स्ट्रेटेजी डॉ. अमित कर्ण ने भाग लिया।