अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस पर एक अनोखे अभियान में शामिल हुए भारतीय हॉकी खिलाड़ी, दिया शांति का संदेश
भुवनेश्वर।
अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस (6 अप्रैल) के अवसर पर भारतीय हॉकी खिलाड़ी शांति के माध्यम से खेल आंदोलन का समर्थन करने के लिए #WhiteCard अभियान में शामिल हुए। खेल जगत में विभिन्न रंगीन कार्डों की तरह, व्हाइट कार्ड विश्वव्यापी शांति प्रयासों को बढ़ावा देने का प्रतीक है।
वैश्विक पहल में शामिल होकर, भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता ने कहा, “खेल में एक पीढ़ी को एकजुट करने और प्रेरित करने की क्षमता है। आइए खेल आंदोलन के लिए इस अद्भुत #WhiteCard पहल के माध्यम से विकास और शांति के लिए अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस मनाएं।”
इस बीच, डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का ने कहा कि खेल महिला सशक्तीकरण का सबसे बड़ा उदाहरण है। हम यह देखकर बेहद खुश हैं कि हमारी सफलता की कहानियों ने नई पीढ़ी की महिलाओं को प्रेरित किया है। खेल महिला सशक्तीकरण का सबसे बड़ा उदाहरण है।
अनुभवी फॉरवर्ड रानी ने कहा, “खेल में बाधाओं को दूर करने की क्षमता है। यह हमें नस्ल, जाति और धार्मिक मतभेदों से परे देखना सिखाता है। कुछ भी लोगों को खेल की तरह एकजुट नहीं करता है। इसमें मानव जाति को सशक्त बनाने की वास्तविक शक्ति है। आइए अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस का जश्न मनाएं। शांति के माध्यम से खेल आंदोलन के लिए मेरा #WhiteCard है।”
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के डिफेंडर अमित रोहिदास भी वार्षिक अभियान में शामिल हुए। उन्होंने कहा, “खेल ने न केवल मुझे आत्मविश्वास दिया है, बल्कि इसने मुझे एक अच्छा इंसान भी बनाया है। यह जीवन के मूल्यवान सबक भी सिखाता है। आइए शांति को बढ़ावा देने में खेल की भूमिका का जश्न मनाएं।”
मिडफील्डर मनप्रीत सिंह ने कहा कि खेल दुनिया को एक बेहतर जगह बनाता है। मनप्रीत ने कहा, “खेल समाज में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। यह सभी को सशक्त बनाता है। यह लोगों को एक साथ लाता है और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाता है। विकास और शांति के लिए अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस मनाने के लिए मेरे साथ जुड़ें।”
भारतीय महिला हॉकी मिडफील्डर नवजोत कौर और फारवर्ड नवनीत कौर भी #WhiteCard अभियान में शामिल हुईं।