संत कबीरदास की जयंती पर जिलेभर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सोनीपत, 14 जून। शहर में विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। उन्होंने सूरी पेट्रोल पंप वाली गली नियर वेद वाटिका, कालूपुर चौपाल भंडारा, मोनी बाबा आश्रम जाहरी बाईपास, कम्युनिटी सेंटर सुंदर सावरी भंडारा में शिरकत की। जहां पर उन्होंने कबीर दास के चित्र पर पुष्प अर्पित कर आर्शीवाद लिया।
हिंदुस्तान पुण्यात्माओं और संतों महात्माओं की धरती है। आदिकाल से धर्म क्षेत्र का प्रचार और प्रसार करते आ रहे हैं। संत कबीरदास जनमानस में रचे-बसे हैं। जब हम निराश होते हैं तो उनके दोहे और साखियां हमारा मार्गदर्शन करती हैं। इसलिए कबीर दास की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं। कबीरदास ने अपने जीवन काल में जिस तरह से सामान्य जीवन जीते हुए देश भर में लोगों को मानवता का संदेश दिया वह आज भी माना जाता है। कबीरदास के पथ और दोहों में जीवन का रहस्य छुपा है। संत कबीरदास निराकार ब्रह्म के उपासक थे। वह मूर्ति पूजा के खिलाफ थे। लेकिन ईश्वर के खिलाफ नहीं। उन्होंने मानव जीवन पर कई तरह की टिप्पणियां और व्यंग्य भी कसा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार संत महात्माओं के सम्मान में उनकी जयंती पर कार्यक्रम करती है। सभी धर्म और समुदाय का सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने निवास स्थान का नाम तक उनके नाम पर रखा।
मंगलवार को कबीरदास जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन शहर के विभिन्न स्थानों पर आयोजित संत कबीरदास जयंती के कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश की छवि एक संस्कारवान और धर्मानुसार कार्य करने वाले के रूप में हो रही है। देश में एक से बढ़कर एक संत महात्मा हुए, जिन्होंने लोगों को जीवन जीने का सलीका सिखाया। संत कबीरदास ने अपने दोहों के माध्यम से समाज के अराजक लोगों पर टिप्पणी के साथ सुंदर संदेश दिया है। जिससे उन्होंने यह बताने का प्रयास किया है कि जिससे हमें सुविधा मिलती है, उसका ध्यान रखना चाहिए। संसार के कल्याण के लिए मानवता को ही सर्वोपरि रखा।