गुणवत्ता आधारित शोध से बनेगा उत्कृष्ट भारत – प्रो.मुकेश पाण्डेय
झांसी,10 जनवरी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय शिक्षा संस्थान द्वारा आईसीएसएसआर नई दिल्ली द्वारा वित्तीय अनुदान प्राप्त दस दिवसीय शोध कार्यशाला का आयोजन प्रारंभ किया गया। उद्घाटन समारोह में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय ने शोध छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आज वैश्विक जगत में अपनी नई पहचान बना रहा है। इसके लिए आवश्यक है की उच्च शिक्षा संस्थानों में शोध छात्र गुणवत्ता आधारित कार्य करें। जिससे भारत आर्थिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि सामाजिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से भी उत्कृष्ट भारत बन सके।
निदेशक शोध प्रोफेसर एसपी सिंह ने कहा की निश्चित ही इस शोध कार्यशाला से छात्रों को लाभ मिलेगा। आयोजन सचिव डॉक्टर शंभू नाथ सिंह ने बताया कि इस कार्यशाला में देशभर से विशिष्ट अतिथियों को व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया गया। उनके अनुभव और ज्ञान से छात्रों को शोध के विभिन्न आयामों को जानने का अवसर प्राप्त होगा।
कार्यशाला समन्वयक डॉक्टर काव्या दुबे ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि कोविड-19 के बाद इस प्रकार की यह प्रथम कार्यशाला है। निश्चित ही इस ऑफलाइन कार्यशाला से छात्र लाभान्वित होंगे। आभार सह संयोजक डॉक्टर सुनील त्रिवेदी ने दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अंकिता जैस्मिन लाल ने किया। इसके पूर्व प्रथम सत्र में प्रोफेसर सीबी सिंह ने एवं अपराहन सत्र में प्रोफेसर एनपीएस चंदेल दयालबाग आगरा ने छात्रों को शोध के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर प्रोफेसर देवेश निगम,डॉक्टर लव कुश द्विवेदी, डॉ ऋषि सक्सेना, डॉ संतोष पांडे, डॉ अनू सिंगला, डॉ श्रीदेवी, डॉ संजीव श्रीवास्तव, डॉ अनुपम व्यास, डॉ दीप्ति, डॉ सुषमा, शिखा खरे प्रतिभा खरे एवं संजय उपस्थित रहे।