हमीरपुर में एनजीटी के आदेश ठेंगे पर, छापेमारी में प्रतिबंधित मशीनें, ट्रक सीज
हमीरपुर, 12 नवम्बर । हमीरपुर जिले में बेतवा नदी के किनारे संचालित मोरम खदानों में एनजीटी के आदेश ठेंगे पर है। प्रतिबंधित भारी मशीनों से बेतवा नदी में मानक से कई गुना अधिक गहराई में मोरम का खनन किए जाने से नदी की जलधारा भी अब टूटने लगी है। और तो और मोरम खदानों से निर्धारित क्षमता से कई गुना मोरम ट्रकों व डंपरों में लोड की जा रही, जिससे सड़कें भी उखड़ने लगी है। मोरम के अवैध खनन और परिवहन के खेल में माफियाओं के गुर्गे भी शामिल हैं जो खदानों से मोरम के ओवर लोड ट्रक, डंपरों को पड़ोसी जिलों तक पास कराते हैं। हाल में ही एसडीएम की छापेमारी में बेतवा नदी में खनन करती तमाम प्रतिबंधित मशीनें जब्त की गई है। साथ ही ओवर लोड ट्रक भी चालान किए गए हैं।
हमीरपुर जिले में मौदहा, कुरारा और सरीला क्षेत्र के अलावा अन्य इलाकों में इन दिनों मोरम की खदानों में अंधेरगर्दी का खेल चल रहा है। अफसरों की खामोशी के बीच मोरम कारोबारी बेतवा नदी की जलधारा से मानक से अधिक गहराई में मशीनों से मोरम निकलवा रहे हैं। सरीला क्षेत्र के ही रिहुंटा में बेतवा नदी किनारे संचालित मोरम खदान में तो एनजीटी के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। यहां तमाम पोकलैण्ड मशीनें मोरम खनन के चक्कर में बेचवा नदी को ही छलनी करने में जुटी है। खदान जाने वाले रास्ते में बाहर से आने वाले अधिकारियों पर नजर रखने के लिए मोरम कारोबारियों के गुर्गे मुस्तैद रहते हैं। जैसे ही कोई टीम खदान की जांच करने जाती है तो उससे पहले ही उनकी लोकेशन खदान पट्टाधारक को मिल जाती है। बताते हैं कि जब तक अधिकारियों की कोई टीम के खदान पहुंचने से पहले ही प्रतिबंधित मशीनों इधर-उधर छिपा ली जाती है।
हमीरपुर और पड़ोसी जिले की सीमा पर पटरेहटा मोरम खंड-5 में भी प्रतिबंधित मशीनों से अवैध खनन का खेल चल रहा है, लेकिन अधिकारियों की टीमें इस खदान में कार्रवाई फिलहाल नहीं कर रही है। अवैध खनन के इस खेल में सरकार को भी तगड़ा झटका लग रहा है।
उल्लेखनीय है कि तत्कालीन डीएम अभिषेक प्रकाश व ज्ञानेश्वर त्रिपाठी के कार्यकाल में यहां जिले की मोरम खदानों में अवैध खनन पर बड़ी कार्रवाई हुई थी। मोरम खदानों और ओवर लोडिंग पर कार्रवाई होने से करोड़ों रुपये का राजस्व भी सरकार के खजाने में जमा हुआ था।
अवैध खनन पर एसडीएम ने की छापेमारी, मशीनें सीज
मोरम खदानों में प्रतिबंधित मशीनों से अवैध खनन की पर सरीला क्षेत्र के एसडीएम खालिद अंजुम ने तहसीलदार, नायब तहसीलदार व जलालपुर एसएचओ एसके सिंह के साथ रिरुवा बसरिया मोरम खंड-22/5 पर छापेमारी की। छापेमारी में मौके पर बेतवा नदी में खनन करती प्रतिबंधित पोकलैण्ड मशीन को सीज कर दिया। खदान में सीसीटीवी कैमरा खराब मिलने पर कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने बताया कि जांच में अवैध रूप से मोरम के लिए बनाई गई अड्डी को तत्काल तुड़वाया गया है। साथ ही मोरम के दो ओवर लोड ट्रक को सीज किया गया है। इसके अलावा खदान वाले रास्ते पर मोरम के दो ओवर लोड ट्रक को रायल्टी न होने पर सीज किया गया है। वहीं चार ट्रक अन्य सीज कर पुलिस के हवाले किए गए है।
मोरम के अवैध परिवहन पर 22 ट्रकों पर बड़ी कार्रवाई
अवैध खनन पर अब अफसरों ने कार्रवाई शुरू की है। खनिज इंस्पेक्टर सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि मोरम के अवैध परिवहन और ओवर लोडिंग पर शिकंजा कसने के लिए अधिकारियों की संयुक्त टीम ने हमीरपुर और सरीला क्षेत्र में सड़कों पर जांच की। जांच में मोरम के 22 ओवर लोड ट्रकों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। इसके अलावा पांच ट्रकों को कुछेछा पुलिस चौकी के हवाले किया गया है। तीन ट्रकों को सीज कर ललपुरा थाने में खड़ा कराया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले पिछले माह में मोरम के ओवर लोड ट्रकों की जांच में बिना रायलटी के 10 ट्रकों पर टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन लाख से अधिक रुपये का जुर्माना किया था। इसके अलावा मोरम के तीन ओवर लोड ट्रक सीज कर पुलिस के हवाले किए गए थे।
दो मोरम खदानों में छापेमारी, कई और मशीनें सीज
एसडीएम सरीला खालिद अंजुम के नेतृत्व में तहसीलदार, खान निरीक्षक पीएस रामबरन, खनिज सर्वेक्षक वीपी शुक्ला, एआरटीओ अमिताभ राय व एसएचओ जलालपुर आदि की टीम ने शनिवार को भेड़ी खरका खंड-23/14 में छापेमारी की। 24,291 हेक्टेयर रकबा की खदान मे.एजे कंस्ट्रक्शन के नाम है। इसके प्रोपाइटर ग्वालटोली हमीरपुर निवासी मकसूद अहमद है।
एसडीएम ने बताया कि अधिकारियों की संयुक्त टीम ने तीन प्रतिबंधित पोकलैण्ड मशीनें खंड-23/16 के पास रास्ते में पकड़ी। आपरेटर मशीनों को छोड़कर भाग गए। टीम ने तीनों मशीनें सीज कर पुलिस के हवाले की है। इसके साथ ही मोरम के एक दर्जन ओवर लोड ट्रकों का चालान भी किया गया। खदानों में इस कार्रवाई से मोरम कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है।