कार्ड की अदला बदली कर बैंक खाते से निकालते थे रुपये, आरोपित गिरफ्तार
नई दिल्ली, दक्षिण पश्चिम जिला साइबर सेल ने कार्ड की अदला बदली कर बैंक खाते से पैसे निकालने वाले गैंग के एक जालसाज को गिरफ्तार किया है। आरोपित बीटेक की पढ़ाई कर चुका है। फिलहाल वह लैपटॉप, डेस्कटॉप मरम्मत के अलावा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने का काम करता है। पुलिस ने धोखाधड़ी के लेनदेन में इस्तेमाल आरोपित के बैंक खाता को जब्त कर लिया है। पुलिस उसके फरार दो साथियों की तलाश कर रही है।
डीसीपी मनोज सी ने शुक्रवार को बताया कि 19 अप्रैल को मनोज चतुर्वेदी ने साइबर सेल थाने में धोखाधड़ी की शिकायत की। उन्होंने बताया कि 18 अप्रैल को वह एचडीएफसी बैंक के एटीएम से दस हजार रुपये निकाले। उस समय एटीएम में दो लोग मौजूद थे। दोनों ने उन्हें बातों में उलझाकर उनका एटीएम कार्ड बदल दिया।
घर पर आने के बाद उनके मोबाइल पर खाते से पैसे निकाले जाने का मैसेज आने लगा। आरोपितों ने उनके खाते से 71 हजार रुपये निकाल लिए। पीड़ित ने बैंक के अलावा साइबर सेल में धोखाधड़ी की शिकायत की।
साइबर थाना ने मामला दर्ज कर लिया और एसआई अजीत सिंह यादव के नेतृत्व में मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने जिन खातों में पैसे गए थे उनकी जांच शुरू की और तकनीकी जांच के जरिए किराड़ी निवासी धीरज कुमार को गिरफ्तार कर लिया। धीरज ने पूछताछ में बताया कि वह अपने दो साथी सचिन और राहुल धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देता है। उसने सुल्तानपुरी निवासी सचिन को पेटीएम पेमेंट्स बैंक एजेंट से पीओएस मशीन मुहैया करवाई थी।
मशीन डेबिट, क्रेडिट कार्ड को पढ़ता है, खरीदी की पुष्टि करता है और ग्राहक के सामान की रसीद देने का काम करता है। पीओएस मशीन से राहुल का खाता जुड़ा था। लेकिन सचिन ने मशीन का इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए करने लगा। पुलिस आरोपी के दोनों फरार साथियों की तलाश कर रही है।